प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद करने की अचानक घोषणा कर कालाधन, भ्रष्टाचार, आतंकवाद और जाली नोट पर नकेल कसने का जबर्दस्त मास्टर स्ट्रोक लगाया है। मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने 500 और 100 रुपये के नोट रखने वालों को 50 दिन की मोहलत दी है। कालेधन और भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए इसे मोदी सरकार का अब तक का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री का पद संभालने के ढाई साल बाद पहली बार टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में मोदी ने कहा कि जल्द ही 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाएंगे। बैंक और डाकघर के खाताधारक 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक अपने खातों में पुराने नोट बिना किसी सीमा तक जमा करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि 2000 और 500 रुपये के नए नोटों का स्वरूप भी बिल्कुल बदला होगा। ये नोट बैंकों में पहुंच चुके हैं और संभवत: 10 नवंबर से चलन में आ जाएंगे।
मोदी ने कहा, ‘अतीत के अनुभवों के आधार पर भारतीय रिजर्व बैंक बड़े नोटों का चलन सीमित रखने का प्रावधान करेगा। अफरातफ री न मचे, इसलिए 9 नवंबर को बैंक और एटीएम बंद रहेंगे। भीड़ के दबाव से बचने के लिए कुछ जगहों पर 10 नवंबर को भी एटीएम काम नहीं करेंगे। चेक, डिमांड ड्राफ्ट, डेबिट या क्रेडिट कार्ड और इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर के जरिये लेनदेन की कोई सीमा नहीं रहेगी। शुरुआती कुछ दिनों तक एटीएम से प्रतिदिन निकासी की सीमा 2000 रुपये रखी गई है जिसे बाद में बढ़ाकर 4,000 रुपये कर दिया जाएगा। बाजार में नए नोटों की सप्लाई को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन बैंकों से निकासी सीमा 10,000 रुपये और प्रति सप्ताह 20,000 रुपये तय की गई है। बाद में यह सीमा बढ़ा दी जाएगी।’
सरकार ने फैसला किया है कि 24 नवंबर तक पहचान पत्र (मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन आदि) दिखाकर बैंक काउंटरों तथा चुनिंदा डाकघरों पर प्रतिदिन 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट 4000 रुपये की सीमा तक बदले जा सकते हैं। बैंकों के अतिरिक्त काउंटर खोले जाएंगे और अतिरिक्त घंटों तक काम किया जाएगा। 25 नवंबर से यह सीमा बढ़ा दी जाएगी। जो लोग किसी कारणवश 30 दिसंबर 2016 तक भी 500 और 1000 के नोट जमा नहीं करा पाते हैं, उनके लिए आरबीआई ने 31 मार्च 2017 तक की तारीख तय की है और इसके लिए उन्हें घोषणापत्र के साथ ये नोट जमा करने की सुविधा रहेगी।
अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल बाजार में 1000 के नोट वाले 6.7 अरब रुपये हैं जबकि 500 के नोट वाले 16.5 अरब रुपये। पीएम मोदी ने स्वीकार किया कि इस महत्वपूर्ण फैसले से लोगों को थोड़ी असुविधा जरूर होगी लेकिन भ्रष्टाचार मिटाने के लिए उन्हें कुछ दिनों तक यह सहन करना होगा। उन्होंने राजनीतिक दलों, सभी सरकारों, सामाजिक संगठनों और मीडिया से कालेधन के खिलाफ इस युद्ध में पूरे उत्साह से साथ देने और इसे सफल बनाने की अपील की। पीएम ने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा, आपका पैसा आप ही का रहेगा। आपका कुछ नहीं खोेएगा। सरकार आपको इस बात का भरोसा दिलाती है।
No comments:
Post a Comment